Smam Yojana: जिसका पूरा नाम सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन(Sub Mission on Agricultural Mechanization) है, भारत सरकार द्वारा कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई एक योजना है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को कृषि कार्यों में आधुनिक मशीनों और उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
आधुनिक समय में खेती-किसानी के कामों में कृषि यंत्रों का प्रयोग बढ़ता ही जा रहा है। कृषि यंत्रों के इस्तेमाल से खेती करना आसान हो गया है। कृषि यंत्रों की सहायता से किसान कम समय और श्रम में फसलोत्पादन कर सकते हैं। कृषि यंत्रों के उपयोग से खेती की लागत कम होती है जिससे किसानों को लाभ होता है।
खास बात यह है कि कृषि यंत्रों पर सरकार की ओर से किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इसके लिए सरकार की ओर से कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है जिसके तहत किसानों को सब्सिडी पर कृषि मशीनें उपलब्ध कराई जाती है। इन्हीं योजनाओं में से एक स्माम योजना भी है। इस योजना के तहत सरकार किसानों को 50 से लेकर 80 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान करती है।
इस योजना के तहत लघु व सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाती है। यदि आप किसान है और सब्सिडी पर कृषि यंत्र खरीदना चाहते हैं तो आप इस योजना में आवेदन करके कृषि यंत्रों की खरीद पर भारी सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

SMAM Yojana योजना के लाभ
स्माम योजना(Smam Yojana) के तहत किसानों को कृषि मशीनों और उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। सब्सिडी की राशि कृषि मशीन या उपकरण के प्रकार और किसान की आर्थिक स्थिति के आधार पर तय की जाती है।
- आधुनिक कृषि मशीनों और उपकरणों पर सब्सिडी: किसानों को ट्रैक्टर, पावर टिलर, थ्रेशर, कम्बाइन हार्वेस्टर, और अन्य कृषि मशीनों और उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- कस्टम हायरिंग सेंटरों को सब्सिडी: किसानों को कस्टम हायरिंग सेंटरों को स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है। इससे किसानों को कृषि मशीनों और उपकरणों को किराए पर लेने में आसानी होगी।
- प्रशिक्षण: किसानों को कृषि मशीनों और उपकरणों के उपयोग के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
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स्माम योजना(Smam Yojana) के लिए पात्रता
स्माम योजना के लिए कुछ पात्रता और शर्तें भी निर्धारित की गई है। यदि आप इन शर्तों का पालन करते हैं तो आप इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। स्माम योजना में आवेदन के लिए पात्रता और शर्तें इस प्रकार से हैं
- स्माम योजना मे भारत का रहने वाला हर किसान आवेदन कर सकता है।
- किसान के पास कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए।
- किसान की वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
स्माम योजना (Smam Yojana) के लिए आवेदन करने के लिए दस्तावेज:
स्माम योजना के तहत आवेदन करते समय आपको कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इस योजना के तहत जिन प्रमुख दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं
- आधार कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र (केवल अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए)
- बैंक खाता पासबुक
- कृषि भूमि का प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- साइज फोटोग्राफ
- मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो
स्माम योजना (Smam Yojana) मे आवेदन प्रक्रिया:
स्माम योजना के तहत सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- स्माम किसान योजना में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट agrimachinery.nic.in पर जाना होगा।
- यहां होम पेज पर रजिस्ट्रेशन ऑप्शन (Registration option) पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर फार्मर (Farmer) पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद फॉर्म ओपन हो जाएगा। फॉर्म में आपको आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर और नाम आदि जानकारी देनी होगी। इस तरह फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी आपको भर देनी है।
- सभी जानकारी सही से भरने के बाद आपको सबमिट (submit) बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस तरह स्माम योजना में आपका ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
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स्माम योजना (Smam Yojana) का महत्व
स्माम योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देकर कृषि उत्पादकता और किसानों की आय में वृद्धि में मदद करती है। इससे किसानों को कृषि कार्यों में आसानी होती है और उनकी मेहनत का बोझ कम होता है।
स्माम योजना की चुनौतियां
स्माम योजना एक महत्वपूर्ण योजना है, लेकिन इस योजना को लागू करने में कुछ चुनौतियां भी हैं। इन चुनौतियों में शामिल हैं:
- योजना के बारे में जागरूकता का अभाव: योजना के बारे में लोगों को पर्याप्त जानकारी नहीं है। इससे योजना का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या कम है।
- आवेदन प्रक्रिया की जटिलता: आवेदन प्रक्रिया जटिल है। इससे कई किसान आवेदन नहीं कर पाते हैं।
- योजना के तहत मिलने वाले लाभों की राशि कम: योजना के तहत मिलने वाले लाभों की राशि कम है। इससे किसानों को पर्याप्त सहायता नहीं मिल पाती है।
स्माम योजना(Smam Yojana) एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देकर एक स्वस्थ और समृद्ध कृषि अर्थव्यवस्था बनाने में मदद कर रही है। सरकार को इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए ताकि अधिक से अधिक किसान इस योजना का लाभ ले सकें।
FAQ
स्माम योजना क्या है?
स्माम योजना, जिसका पूरा नाम सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन है, भारत सरकार द्वारा कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई एक योजना है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को कृषि कार्यों में आधुनिक मशीनों और उपकरणों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
स्माम योजना के तहत किसानों को क्या लाभ मिलते हैं?
स्माम योजना के तहत किसानों को कृषि मशीनों और उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। सब्सिडी की राशि कृषि मशीन या उपकरण के प्रकार और किसान की आर्थिक स्थिति के आधार पर तय की जाती है। इसके अलावा, किसानों को कस्टम हायरिंग सेंटरों को स्थापित करने के लिए सब्सिडी भी प्रदान की जाती है।
स्माम योजना के तहत किसानों को कितनी सब्सिडी मिलती है?
स्माम योजना के तहत किसानों को कृषि मशीनों और उपकरणों पर 50% से 80% सब्सिडी मिलती है।
स्माम योजना का महत्व क्या है?
स्माम योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देकर कृषि उत्पादकता और किसानों की आय में वृद्धि में मदद करती है। इससे किसानों को कृषि कार्यों में आसानी होती है और उनकी मेहनत का बोझ कम होता है।
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