मातृत्व शिशु और बालिका योजना उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है। इस योजना का उद्देश्य माताओं, शिशुओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देना है।
इस योजना के तहत माताओं को प्रसव पूर्व और प्रसव के बाद स्वास्थ्य देखभाल, शिशुओं को टीकाकरण और पोषण, और बालिकाओं को शिक्षा और कौशल विकास के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
जैसे आवेदनकर्ता यूपी का स्थायी निवासी हो। साथ ही महिला की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए। श्रमिक महिलाएं पंजीकृत हों।
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए, लाभार्थी को अपने क्षेत्र के संबंधित सरकारी कार्यालय में आवेदन करना होगा।
आवेदन के साथ आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, बैंक खाता पासबुक, शिशु जन्म प्रमाण पत्र, आंगनबाड़ी कार्यक्रम का रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र,श्रमिक कार्ड आदी दस्तावेज जमा करने होंगे
मातृत्व शिशु और बालिका योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना माताओं, शिशुओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देकर एक स्वस्थ और समृद्ध समाज बनाने में मदद करती है।
इस योजना के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार और गैर-सरकारी संगठनों को मिलकर काम करना चाहिए। इससे अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ ले सकेंगे।
मातृत्व शिशु और बालिका योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले लाभों से माताओं, शिशुओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार हुआ है। इससे मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और बाल विवाह में कमी आई है।
सरकार इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कदम उठा रही है। योजना के तहत प्रदान किए जाने वाले लाभों की राशि बढ़ाना योजना के दायरे का विस्तार करना
मातृत्व शिशु और बालिका योजना एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना माताओं, शिशुओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देकर एक स्वस्थ और समृद्ध समाज बनाने में मदद कर रही है।
योजना से जुड़ी जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर जा सकते हैं और वाहा से आप आवेदन कर सकते है।