PM Kisan yojana जिसे प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि PM Kisan yojana के रूप में भी जाना जाता है, भारत में एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

PM Kisan yojana देश भर में किसानों की आजीविका में सुधार और कृषि गतिविधियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

आज हम उसी योजना मे गुजरात सरकार की एक गलती के वजह से गुजरात सरकार को 1600 करोड़ का नुकसान भुगतना पड़ा।

इसी योजना अंतर्गत जो किशान 18 वर्ष से ज्यादा की आयु है और खाता धारक है तो प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहेत उस किशान को चार महीनो मे उसके बैंक खातेमे सीधा Rs. 2000/- जमा किए जाते है।

यदि एक ही सर्वे नम्बर की भूमि हो और उस पर पति-पत्नी तथा 18 वर्ष से अधिक आयु के पुत्र या पुत्रियाँ हों तो उन सभी को 4 माह की दर से रू. 2 हजार दिया जाता है।

केवल पति-पत्नी के मामले में पति या पत्नी को ही मिलता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ नियम बनाए गए थे। इन नियमों को ध्यान में रखते हुए गुजरात के 58 लाख किसान इसका लाभ उठा रहे थे।

सरकार ने जांच शुरू कर दी है कि इन 58 लाख किसानों को योजना की शर्तों के तहत सहायता मिल रही है या नहीं। जिसमें पता चला कि पात्र नहीं होने के बावजूद 4.52 लाख किसानों को सहायता मिली।

इन सभी 4.52 लाख किसानों से आग्रह किया गया है कि वे सहायता प्राप्त करने के नियमित तरीके को स्पष्ट करें। सरकार को पता है कि 4.52 लाख किसान नियमों का उल्लंघन कर सहायता प्राप्त कर रहे हैं।

लेकिन सहायता प्राप्त करने वाले किसानों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, ताकि कोई कच्चा माल नहीं काटा जाए। यह स्पष्टीकरण गलत पाए जाने वाले किसानों से गलत सहायता की वसूली प्रदान करेगा।

जिन किसानों की जमीन बिक चुकी है या उनकी मृत्यु हो चुकी है उनके नाम पर भी सहायता राशि का भुगतान किया गया।

सहायता पाने वाले किसान 7/12 से नाम जारी होने के बाद भी पकड़े गए।  जमीन बेचकर भी सहायता प्राप्त की।  मृतक किसानों के नाम पर सहायता प्राप्त हुई।

पूरी जानकारी के लिए कृपा नीचे दी गई लिंक पर जा के देखे।